library ;-)
जोड़े बेठे हुए जहाँ. .
जोड़ घटा के बहाने से. .
केफे क्या फिर सी सी डी. .
फिर डर काहे का जमाने से. .
टाँग के पीछे बस्ता खाली. .
पीछे साइकल मे आए सवारी. .
भटके बगुले भी आँख सेकने. .
घुस जाया करते लिब-रारी
अजनबी कई टकराए यहीं
फिर यहीं बनी बांतें सारी . .
बॉलेस्टेड फ्रोज़न की आड़ मे. .
कुछ पढ़ते भी दिखते ब्रह्म-चारी. .
ए.सी. हवा के भी क्या कहने. .
10 के बाद सभी आते रहने. .
कोई सोया पड़ा. . कोई उंघ रहा है. .
और फिर कोई मौका ढूंड रहा है. .
धूल से लत-पथ पड़ी किताबें. .
कितनी ही गयी फिर पढ़ी किताबें. ?
पलटे पन्ने हुई आँखें भारी. .
हमको बड़ी भाती लिब-रारी.
...याद बड़ा आती ळाबे-रारी. .
NESCI ;-)
जब बैठ के लेता चाय की चुस्की
याद बड़ा आता है नेस्की .
वो गरमा गरम मसाला मेगी . .
कोई जल्दी नही ; जिसके बनने की. .
धूप हो ; दोपहर भले हो. .
हम को भाता बड़ा ही नेस्की .
हम को भाता बड़ा ही नेस्की .
मैनाएँ आती. . तोते आते. .
फुसफुसते. . चोंच लड़ते. .
भटके बगुले भी ईद-गिर्द ही. .
याद बड़ा आता है नेस्की.
ये मेरी. .वो तेरी. ये उसकी. . वो इसकी. .
ओये हम को भाता बड़ा ही नेस्सी. .
ओये हम को भाता बड़ा ही नेस्सी. .
इश्क़ मोहब्बत प्यार व्यार. .
आबे ये इवेंट हटाओ यार. .
कैसे भी कर के जुगाड़. .
Core मे करवाओ यार. .
जहाँ बातें होती हर मैल की. .
याद बड़ा आता है नेस्की
टूःमक अट्ठन्नी टूःमक च्वाननी .
नाचे शीला नाचे मुन्नी
ज़ोर से बेठा दबा कर मुस्की. .
याद बड़ा आता है नेस्की. .
हर रोज़ नयी ही खुराफातें. .
हुमको बड़ा भाता है नेस्की .
हुमको बड़ा भाता है नेस्की .
होली मानी. . दीवाली भी. .
की दिल्लगी. .दिल की लगी. .
कुछ टूटे टेबल. .चिटके दिल. .
और चीटीआई उंघे कुर्सी. .
याद बड़ा आता है नेस्की. .
हम को भाता बड़ा ही नेस्की !!
Yes very true... Aata hai bada yaad nesci... :-(
ReplyDeleteabrrey shiva kuch aur mazedaar likho :):)
ReplyDeleteexpectation bahut high hai tumse :P:D
dev naagari me bhi likho kuchh samajh me aaye hamaare bhi bachchu.
ReplyDeletelovely creation !..
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