न पंछी कोई गायेगा वहां. .
दोस्तों से भी बढ़ जाएँगी दूरियां. .
माँ के हाथों की बनी पूरियां. . भला तू कहाँ पायेगा वहां. .
पर सूरज यही तो निकलता होगा. .
हर शाम को फिर जो ढलता होगा. .
चलो ज़िन्दगी! चल के देखे जरा. .
हैं कैसे वे लोग , दिल कितना बड़ा. . !!
kyon bhai abu dhabi ke birds goonge hote hein kya .............aur waise bhi aaj kal kahein ka mausam aaccha nahi hai...........:D :P
ReplyDeletepakka tune flight me likhi hogi ........hmmmmmm
haramkhor 2nd para ki 1st line na likhi hoti to pakka bahut acchi thi :P
ReplyDeleteDooriya kahe badh jayegi be?